
*अब अस्पताल में मरीजों की बनेगी स्मार्ट पर्ची; बीमारी-इलाज का रहेगा रिकार्ड; 53 अस्पतालों का चयन*
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अब अस्पतालों में मरीजों की स्मार्ट पर्ची बनाई जाएगी, यानी डिजिटल तरीके से अस्पताल में मरीजों की बिमारियों व इलाज का पूरा रिकार्ड ऑनलाइन ही रखा जाएगा। एनएचएम के तहत पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के 53 अस्पतालों का चयन हॉस्पिटल मैनजमेंट एंड इन्फोर्मेशन सिस्टम (एचएचआईएस) प्रोजेक्ट के तहत किया गया है। इसमें राज्य भर के आधा दर्जन अस्पतालों में पॉयलट प्रोजेक्ट शुरू किए जा रहे हैं, जिसमें धर्मशाला अस्पताल में पॉयटल प्रोजेक्ट के तहत कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसके चलते क्षेत्रीय अस्पताल में हार्डवेयर इंस्टॉल कर जिसमें 28 कम्प्यूटर, प्रिंटर सहित अब नेटवर्किंग कार्य जोरों से किया जा रहा है। इसके बाद पहले चरण में आंतरिक रोग विभाग आईपीडी और लैब में सुविधा शुरू की जाएगी। इसके बाद ओपीडी में भी मरीजों का रिकार्ड रखने की व्यवस्था बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बहरहाल अभी तक एनएचएम के तहत शुरू प्रोजेक्ट में कर्मियों की भर्ती का प्रावधान नहीं किया गया है। ऐसे में डाक्टरों को मरीजों की बिमारी व ईलाज का ब्यौरा खुद ही ओपीडी में भरना बड़ी चुनौती हो सकता है। हालांकि आईपीडी व लैब में व्यवस्था को शुरू किए जाने को लेकर शुरुआती दौर में कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के टांडा के बाद दूसरे सबसे बड़े स्वास्थय संस्थान धर्मशाला स्थित जोनल अस्पताल में हॉस्पिटल मैनेजमेंट एंड इन्फोर्मेशन सिस्टम की स्थापना जल्द होने जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि मार्च माह तक एचएचआईएस की स्थापना कर दी जाएगी। जोनल अस्पताल धर्मशाला को राज्य के 53 अस्पतालों में से एक के रूप में चुना गया है,